छत्तीसगढ़

तालाब में जहर डालने से हजारों की संख्या मछली की मौत

अंबिकापुर. सरगुजा जिले के नगर पंचायत लखनपुर के वार्ड क्रमांक 4 में लगभग 10 एकड़ जमीन में फैली बोहिता तालाब में ठेकेदार के द्वारा मछली पालन और सिंघाड़ा की खेती की जाती है 11 सितंबर को सिंघाड़ा की फसल को बचाने के लिए तालाब में जहर डाल दिया गया जिसमें हजारों की संख्या में छोटी बड़ी मछलियों की मौत हो गई जिसे आसपास के लोगों के द्वारा मछली को पड़कर खाने वह बेचने के लिए ले जा रहे हैं । जहर से मारने वाली मछली को लोग बेचने व खाने के ले जा रहे हैं लोगों की खाने के बाद उनके शरीर में क्या प्रभाव पड़ेगा लोगों पर इस बात की अंदाजा लगाया जा सकता है उसके बावजूद भी लोग खुलेआम पकड़ कर ले जा रहे हैं।

तालाब ठेकेदार के मजदूर गब्बर राम से पूछने पर कहा कि सिंघाड़ा की फसल को मछली के द्वारा खा लिया जा रहा था जिस वजह से जहर डालकर मछली को मारना पड़ रहा हैं।

नगर पंचायत अध्यक्ष सावित्री दिनेश साहू सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए घूम रहे थे सैकड़ो मछली मरे हुए थे जिससे तालाब से बदबू आ रहा था l जब इसकी जानकारी ली गई तो पता चला कि तालाब ठेकेदार के द्वारा मछली को मारने के लिए जहर डाला गया है नगर पंचायत अध्यक्ष सावित्री दिनेश साहू के द्वारा लोगों से अपील की है कि वही का तालाब के पास अपने जानवर व मरी हुई मछली को कोई खाने के लिए ना ले जाए।

पार्षद अमित बारी, चंद्रभान सिंह ,शहाबुद्दीन सुभक साहू नगरवासी काफी आक्रोशित है क्योंकि लोग इसी तालाब की मेड़ में आना-जाना मवेशी, पक्षी ,जानवर भी तालाब का पानी पीते हैं जिससे मछली, पानी उपयोग करने से परेशानी की सबब हो सकती है जनप्रतिनिधि और ग्रामीण ने मांग की है कि ठेकेदार के ऊपर जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि इस तरह से दोबारा तालाब में जहर डालकर मछली मारने की कृत ना करें।

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